Class 10 Hindi Notes Chapter 1 (मिथिलेश्वर: हरिहर काका) – Sanchyan Bhag-II Book

Sanchyan Bhag-II
नमस्ते विद्यार्थियो,

आज हम संचयन भाग-२ के पहले पाठ 'हरिहर काका' का अध्ययन करेंगे, जिसके लेखक मिथिलेश्वर हैं। यह पाठ सरकारी परीक्षाओं की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ग्रामीण समाज, मानवीय रिश्तों और बदलते मूल्यों पर गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। आइए, इस पाठ के विस्तृत नोट्स और महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान दें:

पाठ १: मिथिलेश्वर - हरिहर काका (विस्तृत नोट्स)

1. परिचय:
'हरिहर काका' कहानी लेखक मिथिलेश्वर द्वारा रचित एक मार्मिक और यथार्थवादी कहानी है। यह कहानी ग्रामीण परिवेश में घटित होती है और दर्शाती है कि कैसे जमीन-जायदाद का लालच खून के रिश्तों और धार्मिक आस्थाओं पर भारी पड़ जाता है। कहानी का केंद्र हरिहर काका नामक एक वृद्ध और निःसंतान व्यक्ति है, जिसकी संपत्ति ही उसके जीवन की त्रासदी का कारण बन जाती है। यह कहानी बुजुर्गों के अकेलेपन, उनकी असुरक्षा और समाज में व्याप्त स्वार्थ पर प्रकाश डालती है।

2. पात्र परिचय:

  • हरिहर काका:
    • कहानी के मुख्य पात्र, एक सीधे-सादे, निःसंतान वृद्ध किसान।
    • उनके पास कुल पंद्रह बीघे उपजाऊ जमीन है।
    • वे अपने भाइयों के परिवार के साथ रहते हैं।
    • प्रारंभ में वे परिवार और ठाकुरबारी (गाँव का मंदिर) दोनों से भावनात्मक लगाव रखते हैं।
    • घटनाओं के बाद उनका मोहभंग हो जाता है, वे यथार्थ को समझने लगते हैं और अंततः मौन धारण कर लेते हैं।
    • वे लालच, हिंसा और भावनात्मक शोषण का शिकार होते हैं।
  • महंत:
    • ठाकुरबारी का पुजारी और व्यवस्थापक।
    • धार्मिक व्यक्ति होने का दिखावा करता है, परन्तु वास्तव में लालची, धूर्त और हिंसक प्रवृत्ति का है।
    • उसकी नज़र हरिहर काका की जमीन पर है और उसे हथियाने के लिए वह धर्म का भय दिखाने से लेकर अपहरण और हिंसा तक का सहारा लेता है।
  • हरिहर काका के भाई:
    • शुरुआत में काका के प्रति सामान्य व्यवहार रखते हैं, लेकिन उनकी पत्नियाँ काका की उपेक्षा करती हैं।
    • जब उन्हें लगता है कि काका जमीन ठाकुरबारी को दे सकते हैं, तो वे भी जमीन के लालच में महंत की तरह ही काका पर दबाव डालते हैं और मारपीट करते हैं।
    • उनका व्यवहार स्वार्थ और लालच से प्रेरित है।
  • लेखक (कथावाचक):
    • कहानी का सूत्रधार, जो हरिहर काका का पड़ोसी और हमदर्द है।
    • काका उससे अपने मन की बातें साझा करते हैं।
    • लेखक के माध्यम से ही हमें कहानी की घटनाओं और काका की मानसिक स्थिति का पता चलता है।

3. कथा सार:

  • हरिहर काका अपने भाइयों के साथ रहते हैं, लेकिन परिवार में उनकी ठीक से देखभाल नहीं होती, उन्हें रूखा-सूखा भोजन मिलता है।
  • ठाकुरबारी के महंत को जब यह पता चलता है, तो वह काका को बहला-फुसलाकर और स्वर्ग का लालच देकर उनकी पंद्रह बीघे जमीन ठाकुरबारी के नाम लिखवाने का षड्यंत्र रचता है।
  • काका के इनकार करने पर महंत अपने आदमियों के साथ मिलकर उनका अपहरण कर लेता है और जबरन कागजों पर अंगूठा लगवाने की कोशिश करता है।
  • काका के भाई उन्हें महंत के चंगुल से छुड़ा लाते हैं, लेकिन अब वे स्वयं काका की जमीन अपने नाम लिखवाना चाहते हैं।
  • काका के मना करने पर भाई भी उनके साथ मारपीट करते हैं और उन्हें घर में कैद कर देते हैं।
  • इन घटनाओं से हरिहर काका का महंत और भाइयों, दोनों पर से विश्वास उठ जाता है। उन्हें समझ आ जाता है कि सब उनकी जमीन के भूखे हैं, उनसे किसी को प्रेम नहीं है।
  • वे निर्णय लेते हैं कि जीते-जी अपनी जमीन किसी के नाम नहीं करेंगे, क्योंकि उन्हें लगता है कि जमीन हाथ से जाते ही उनकी हालत और भी बदतर हो जाएगी।
  • अंत में, हरिहर काका गहरे सदमे और अकेलेपन के कारण मौन धारण कर लेते हैं। वे किसी से बात नहीं करते, बस शून्य में ताकते रहते हैं। उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस का पहरा लगा दिया जाता है।

4. प्रमुख विषय एवं मुद्दे:

  • संपत्ति का लालच: कहानी का केंद्रीय भाव यह है कि जमीन-जायदाद के लालच में मानवीय रिश्ते खोखले हो जाते हैं। भाई और महंत दोनों का एकमात्र उद्देश्य काका की जमीन हथियाना है।
  • पारिवारिक रिश्तों का विघटन: आधुनिक समाज में, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी, पारिवारिक संबंध स्वार्थ के कारण टूट रहे हैं। संयुक्त परिवार में रहने के बावजूद काका उपेक्षित और अकेले हैं।
  • धार्मिक पाखंड: ठाकुरबारी जैसी धार्मिक संस्थाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार, पाखंड और स्वार्थ सिद्धि को उजागर किया गया है। महंत धर्म की आड़ में अधर्म करता है।
  • बुजुर्गों की त्रासदी: कहानी समाज में वृद्धों की दयनीय स्थिति, उनके अकेलेपन और असुरक्षा को दर्शाती है। उनकी संपत्ति ही कई बार उनकी दुश्मन बन जाती है।
  • बदलते सामाजिक मूल्य: कहानी संकेत करती है कि ग्रामीण समाज के पारंपरिक मूल्य (प्रेम, सम्मान, अपनापन) अब भौतिकवाद और स्वार्थ के आगे कमजोर पड़ रहे हैं।

5. लेखक का उद्देश्य:
मिथिलेश्वर इस कहानी के माध्यम से समाज की कड़वी सच्चाई को प्रस्तुत करते हैं। वे दिखाना चाहते हैं कि आज के युग में मानवीय संवेदनाओं और रिश्तों पर पैसा और संपत्ति किस कदर हावी हो गए हैं। यह कहानी हमें बुजुर्गों के प्रति सम्मान और सहानुभूति रखने तथा रिश्तों को स्वार्थ से ऊपर रखने की प्रेरणा देती है।

6. भाषा-शैली:
लेखक ने अत्यंत सरल, सहज और प्रवाहमयी भाषा का प्रयोग किया है। आंचलिक शब्दों का प्रयोग कहानी को यथार्थवादी बनाता है। वर्णन सजीव हैं और संवाद पात्रों के चरित्र को उभारने में सफल हैं।

परीक्षा हेतु स्मरणीय तथ्य:

  • हरिहर काका की जमीन: 15 बीघे
  • हरिहर काका के भाई: कुल चार भाई (काका सहित), काका दूसरे नंबर पर थे।
  • मुख्य विरोधी पात्र: महंत और काका के भाई।
  • कहानी का मुख्य द्वंद्व: जमीन किसके नाम होगी?
  • काका का अंतिम निर्णय: जीते-जी जमीन किसी को नहीं देंगे।
  • कहानी का अंत: काका का मौन, अकेलापन और पुलिस सुरक्षा।
  • मूल संदेश: मानवीय रिश्तों पर हावी होता भौतिकवाद और बुजुर्गों की उपेक्षा।

अभ्यास हेतु बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs):

प्रश्न 1: 'हरिहर काका' कहानी के लेखक कौन हैं?
(क) प्रेमचंद
(ख) मिथिलेश्वर
(ग) कमलेश्वर
(घ) फणीश्वर नाथ 'रेणु'

प्रश्न 2: हरिहर काका के पास कुल कितनी जमीन थी?
(क) दस बीघे
(ख) पंद्रह बीघे
(ग) बीस बीघे
(घ) पच्चीस बीघे

प्रश्न 3: हरिहर काका अपने भाइयों में कौन से नंबर पर थे?
(क) पहले
(ख) दूसरे
(ग) तीसरे
(घ) चौथे

प्रश्न 4: ठाकुरबारी के प्रति गाँव वालों के मन में कैसी भावना थी?
(क) घृणा
(ख) अपार श्रद्धा और विश्वास
(ग) उदासीनता
(घ) भय

प्रश्न 5: महंत ने हरिहर काका की जमीन हथियाने के लिए सबसे पहले क्या तरीका अपनाया?
(क) मारपीट की
(ख) अपहरण किया
(ग) बहला-फुसलाकर और धर्म का भय दिखाकर समझाया
(घ) अदालत में मुकदमा किया

प्रश्न 6: हरिहर काका का अपहरण किसने और क्यों किया था?
(क) उनके भाइयों ने, जमीन के लिए
(ख) गाँव के दबंगों ने, फिरौती के लिए
(ग) महंत और उसके आदमियों ने, जमीन ठाकुरबारी के नाम लिखवाने के लिए
(घ) पुलिस ने, सुरक्षा के लिए

प्रश्न 7: भाइयों का व्यवहार हरिहर काका के प्रति अचानक क्यों बदल गया?
(क) काका के बीमार होने के कारण
(ख) काका द्वारा जमीन ठाकुरबारी को देने की आशंका से
(ग) काका की जमीन के लालच के कारण
(घ) (ख) और (ग) दोनों

प्रश्न 8: हरिहर काका ने अपनी जमीन के बारे में अंतिम निर्णय क्या लिया?
(क) भाइयों को दे देंगे
(ख) महंत को दे देंगे
(ग) बेच देंगे
(घ) जीते-जी किसी के नाम नहीं करेंगे

प्रश्न 9: कहानी के अंत में हरिहर काका की सुरक्षा में कौन तैनात थे?
(क) उनके भाई और भतीजे
(ख) महंत के आदमी
(ग) गाँव के स्वयंसेवक
(घ) पुलिस के जवान

प्रश्न 10: 'हरिहर काका' कहानी समाज की किस मुख्य समस्या को उजागर करती है?
(क) अशिक्षा की समस्या
(ख) बेरोजगारी की समस्या
(ग) पारिवारिक रिश्तों में स्वार्थ का बढ़ना और बुजुर्गों की असुरक्षा
(घ) साम्प्रदायिकता की समस्या

उत्तरमाला:

  1. (ख), 2. (ख), 3. (ख), 4. (ख), 5. (ग), 6. (ग), 7. (घ), 8. (घ), 9. (घ), 10. (ग)

मुझे उम्मीद है कि ये नोट्स और प्रश्न आपकी परीक्षा की तैयारी में सहायक होंगे। इस पाठ को ध्यान से पढ़ें और इसके मूल भाव को समझने का प्रयास करें। शुभकामनाएँ!

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