Class 10 Hindi Notes Chapter 17 (Chapter 17) – Sparsh Book
नमस्ते विद्यार्थियों!
आज हम कक्षा 10 की 'स्पर्श' पुस्तक के पाठ 17, 'कारतूस' का विस्तृत अध्ययन करेंगे। यह पाठ हबीब तनवीर द्वारा लिखा गया एक एकांकी (नाटक) है और परीक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइए, इसके मुख्य बिंदुओं को समझते हैं।
पाठ 17: कारतूस (एकांकी)
लेखक: हबीब तनवीर
1. लेखक परिचय (हबीब तनवीर):
- जन्म: 1 सितंबर 1923, रायपुर (छत्तीसगढ़)
- मृत्यु: 8 जून 2009, भोपाल (मध्य प्रदेश)
- परिचय: हबीब तनवीर जी प्रसिद्ध नाटककार, निर्देशक, कवि और अभिनेता थे। उन्होंने लोक नाट्य शैलियों को आधुनिक रंगमंच से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया। 'नया थिएटर' नामक नाट्य मंडली की स्थापना की।
- प्रमुख कृतियाँ: आगरा बाज़ार, चरणदास चोर, गाँव का नाम ससुराल मोर नाम दामाद, देख रहे हैं नयन आदि।
- पुरस्कार: पद्म श्री, पद्म भूषण, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार आदि।
- शैली: उनकी भाषा सहज, सरल और पात्रानुकूल होती है। वे लोक जीवन और सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों को अपने नाटकों का विषय बनाते थे।
2. पाठ का सारांश:
यह एकांकी सन 1799 के गोरखपुर के जंगल में लगे अंग्रेज़ी फ़ौज के खेमे (तम्बू) के दृश्य से शुरू होती है। कर्नल कालिंज और एक लेफ़्टीनेंट आपस में वज़ीर अली के बारे में बात कर रहे हैं। वज़ीर अली, अवध के नवाब आसिफ़उद्दौला का बेटा है, जिसे अंग्रेज़ों ने तख़्त से हटाकर उसके चाचा सआदत अली को नवाब बना दिया था। सआदत अली अंग्रेज़ों का पिट्ठू था।
वज़ीर अली बहुत बहादुर और जाँबाज़ है। अंग्रेज़ उसे पकड़ना चाहते हैं क्योंकि उसने बनारस में कंपनी के वकील की हत्या कर दी थी और तब से वह फ़रार होकर गोरखपुर के जंगलों में भटक रहा है। वह अंग्रेज़ों को देश से निकालना चाहता है और अफ़गानिस्तान के बादशाह शाहे-ज़मा को भारत पर हमला करने का निमंत्रण भी दे चुका है।
कर्नल और लेफ़्टीनेंट वज़ीर अली की बहादुरी और पकड़ में न आने की क्षमता से परेशान हैं। उन्हें लगता है कि वज़ीर अली की योजना बहुत खतरनाक है और उसे पकड़ना ज़रूरी है। वे हफ़्तों से जंगल में डेरा डाले हुए हैं, लेकिन वज़ीर अली का कोई सुराग नहीं मिला।
तभी एक सिपाही आकर सूचना देता है कि एक घुड़सवार उनकी तरफ़ आ रहा है और कर्नल से मिलना चाहता है। कर्नल अनुमति दे देता है। घुड़सवार अंदर आता है और कर्नल से अकेले में बात करने की इजाज़त माँगता है। लेफ़्टीनेंट और सिपाही बाहर चले जाते हैं।
घुड़सवार कर्नल से कहता है कि वज़ीर अली को पकड़ना बहुत मुश्किल है और उसे पकड़ने के लिए कुछ कारतूस चाहिए। कर्नल उसकी बातों से प्रभावित होता है और वज़ीर अली को गालियाँ देने लगता है। घुड़सवार कर्नल से कारतूस माँगता है। कर्नल उसे दस कारतूस दे देता है। जब घुड़सवार जाने लगता है, तो कर्नल उससे उसका नाम पूछता है।
घुड़सवार जवाब देता है - "वज़ीर अली"। वह कर्नल को बताता है कि कर्नल ने उसे कारतूस दिए हैं, इसलिए वह उसकी जान बख्श रहा है। यह कहकर वह घोड़े पर सवार होकर चला जाता है। कर्नल हक्का-बक्का खड़ा रह जाता है। लेफ़्टीनेंट अंदर आता है और पूछता है कि वह कौन था। कर्नल दबी ज़बान से कहता है - "एक जाँबाज़ सिपाही"।
3. पाठ का उद्देश्य/संदेश:
- यह एकांकी वज़ीर अली जैसे जाँबाज़ और देशभक्त व्यक्ति के चरित्र को उजागर करती है।
- अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध भारतीय वीरों के साहस, बलिदान और स्वतंत्रता की चाह को दर्शाना।
- वज़ीर अली की चतुराई, निर्भीकता और अंग्रेज़ों के मन में उसके खौफ़ को दिखाना।
- तत्कालीन राजनीतिक परिस्थितियों और अंग्रेज़ों की कूटनीति पर प्रकाश डालना।
4. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
- यह घटना उस समय की है जब ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में अपना प्रभुत्व स्थापित कर रही थी।
- अवध एक महत्वपूर्ण रियासत थी जिस पर अंग्रेज़ नियंत्रण चाहते थे।
- आसिफ़उद्दौला के बाद अंग्रेज़ों ने उनके भाई सआदत अली को नवाब बनाया जो उनका वफ़ादार था, जबकि असली हकदार वज़ीर अली था।
- वज़ीर अली ने अंग्रेज़ों के इस अन्याय का विरोध किया और उनके खिलाफ़ संघर्ष छेड़ दिया।
5. प्रमुख पात्र:
- कर्नल कालिंज: अंग्रेज़ अफ़सर, जो वज़ीर अली को पकड़ने के लिए तैनात है। वह वज़ीर अली से भयभीत भी है और उसकी बहादुरी से कहीं न कहीं प्रभावित भी।
- लेफ़्टीनेंट: कर्नल का सहायक अफ़सर।
- सिपाही: खेमे का पहरेदार।
- वज़ीर अली: एकांकी का नायक। अवध का निर्वासित नवाब, अत्यंत वीर, साहसी, चतुर और देशभक्त। अंग्रेज़ों का कट्टर दुश्मन।
6. महत्वपूर्ण शब्दावली:
- खेमा: तम्बू, डेरा
- जाँबाज़: जान की बाज़ी लगाने वाला, साहसी
- वज़ीफ़ा: गुज़ारे के लिए दी जाने वाली रक़म
- तख़्त: सिंहासन
- हुक्मरां: शासक
- मशक़ूक़: संदिग्ध
- तलब करना: बुलाना
- कारतूस: बंदूक की गोली
- हक्का-बक्का रह जाना: आश्चर्यचकित रह जाना
7. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण बिंदु:
- वज़ीर अली कौन था और अंग्रेज़ उसे क्यों पकड़ना चाहते थे? (अवध का नवाब आसिफ़उद्दौला का बेटा, कंपनी के वकील की हत्या के कारण)।
- सआदत अली कौन था और उसे तख़्त पर क्यों बिठाया गया? (वज़ीर अली का चाचा, अंग्रेज़ों का हिमायती होने के कारण)।
- वज़ीर अली ने कर्नल से कारतूस कैसे हासिल किए? (भेष बदलकर, चतुराई से)।
- कर्नल ने अंत में वज़ीर अली को 'जाँबाज़ सिपाही' क्यों कहा? (उसकी बहादुरी और हिम्मत देखकर)।
- एकांकी का शीर्षक 'कारतूस' क्यों रखा गया? (क्योंकि पूरी घटना कारतूस माँगने और देने के इर्द-गिर्द घूमती है और अंत में वज़ीर अली की पहचान उजागर करती है)।
- वज़ीर अली की योजना क्या थी? (अंग्रेज़ों को भारत से निकालना, शाहे-ज़मा को हमले के लिए बुलाना)।
अभ्यास हेतु बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs):
-
'कारतूस' एकांकी के लेखक कौन हैं?
(क) प्रेमचंद
(ख) हबीब तनवीर
(ग) महादेवी वर्मा
(घ) रामवृक्ष बेनीपुरी -
वज़ीर अली किस रियासत का निर्वासित नवाब था?
(क) बंगाल
(ख) अवध
(ग) हैदराबाद
(घ) मैसूर -
अंग्रेज़ों ने वज़ीर अली को हटाकर किसे नवाब बनाया था?
(क) आसिफ़उद्दौला
(ख) शुजाउद्दौला
(ग) सआदत अली
(घ) शाहे-ज़मा -
वज़ीर अली ने किस अंग्रेज़ अधिकारी की हत्या की थी?
(क) कर्नल कालिंज
(ख) लेफ़्टीनेंट
(ग) कंपनी के वकील
(घ) गवर्नर जनरल -
कर्नल कालिंज का खेमा किस स्थान के जंगल में लगा हुआ था?
(क) बनारस
(ख) लखनऊ
(ग) गोरखपुर
(घ) कानपुर -
वज़ीर अली ने कर्नल से क्या माँगा?
(क) घोड़ा
(ख) धन
(ग) माफ़ी
(घ) कारतूस -
वज़ीर अली कर्नल के खेमे में किस वेश में आया था?
(क) सिपाही
(ख) साधु
(ग) घुड़सवार
(घ) व्यापारी -
वज़ीर अली ने किस विदेशी शासक को भारत पर आक्रमण का न्योता दिया था?
(क) ईरान के शाह
(ख) तुर्की के सुल्तान
(ग) अफ़गानिस्तान के शाहे-ज़मा
(घ) मिस्र के शासक -
कर्नल ने वज़ीर अली को कारतूस क्यों दिए?
(क) वह वज़ीर अली से डर गया था।
(ख) उसने वज़ीर अली को पहचाना नहीं और उसकी बातों में आ गया।
(ग) वह वज़ीर अली की मदद करना चाहता था।
(घ) उसे लेफ़्टीनेंट ने ऐसा करने को कहा था। -
एकांकी के अंत में कर्नल ने वज़ीर अली को क्या कहकर संबोधित किया?
(क) एक भगोड़ा
(ख) एक खतरनाक अपराधी
(ग) एक जाँबाज़ सिपाही
(घ) एक धोखेबाज़
उत्तरमाला:
- (ख) हबीब तनवीर
- (ख) अवध
- (ग) सआदत अली
- (ग) कंपनी के वकील
- (ग) गोरखपुर
- (घ) कारतूस
- (ग) घुड़सवार
- (ग) अफ़गानिस्तान के शाहे-ज़मा
- (ख) उसने वज़ीर अली को पहचाना नहीं और उसकी बातों में आ गया।
- (ग) एक जाँबाज़ सिपाही
इन नोट्स और प्रश्नों का अच्छे से अध्ययन करें। यह पाठ न केवल रोचक है बल्कि देशभक्ति और साहस का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत करता है। परीक्षा के लिए शुभकामनाएँ!