Class 11 Graphics Design Notes Chapter 3 (Chapter 3) – Graphic Desing ek Kahani Book

प्रिय विद्यार्थियों,
आज हम ग्राफिक डिजाइन के एक अत्यंत महत्वपूर्ण अध्याय, 'डिजाइन के सिद्धांत' पर विस्तार से चर्चा करेंगे। यह अध्याय ग्राफिक डिजाइन की नींव है और इसकी गहरी समझ आपको न केवल बेहतर डिजाइनर बनाएगी, बल्कि सरकारी परीक्षाओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सहायक होगी। डिजाइन के सिद्धांत वे नियम या दिशानिर्देश हैं जो डिजाइन तत्वों (जैसे रेखा, आकार, रंग, बनावट, स्थान) को प्रभावी ढंग से व्यवस्थित करने में मदद करते हैं ताकि एक सुसंगत, सौंदर्यपूर्ण और कार्यात्मक डिजाइन बनाया जा सके।
अध्याय 3: डिजाइन के सिद्धांत (Principles of Design)
डिजाइन के सिद्धांत वे मूलभूत नियम हैं जो डिजाइन तत्वों को एक प्रभावी और आकर्षक तरीके से व्यवस्थित करने में मदद करते हैं। ये सिद्धांत एक डिजाइन को न केवल सौंदर्यपूर्ण बनाते हैं, बल्कि उसे कार्यात्मक और समझने योग्य भी बनाते हैं।
1. संतुलन (Balance):
संतुलन डिजाइन में तत्वों के दृश्य भार को संदर्भित करता है। यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी क्षेत्र बहुत भारी या बहुत हल्का न लगे, जिससे डिजाइन स्थिर और आरामदायक महसूस हो।
- सममित संतुलन (Symmetrical Balance): इसमें डिजाइन के केंद्र बिंदु के दोनों ओर तत्वों को समान रूप से वितरित किया जाता है। यह एक औपचारिक, स्थिर और पारंपरिक भावना पैदा करता है। उदाहरण: एक तितली के पंख।
- असममित संतुलन (Asymmetrical Balance): इसमें केंद्र बिंदु के दोनों ओर अलग-अलग तत्व होते हैं, लेकिन उनका दृश्य भार समान होता है। यह अधिक गतिशील, आधुनिक और अनौपचारिक भावना पैदा करता है। उदाहरण: एक तरफ बड़ा टेक्स्ट और दूसरी तरफ छोटी इमेज।
- रेडियल संतुलन (Radial Balance): इसमें तत्व एक केंद्रीय बिंदु से बाहर की ओर या अंदर की ओर फैलते हैं। यह ऊर्जावान और केंद्रित प्रभाव देता है। उदाहरण: एक फूल की पंखुड़ियाँ या एक चक्रव्यूह।
2. विपरीतता/विरोध (Contrast):
विपरीतता दो या दो से अधिक तत्वों के बीच के अंतर को दर्शाती है। यह दृश्य रुचि पैदा करता है, ध्यान आकर्षित करता है और डिजाइन में पदानुक्रम स्थापित करता है।
- उदाहरण:
- रंग: हल्के और गहरे रंग (जैसे काला और सफेद)।
- आकार: बड़े और छोटे आकार।
- बनावट (Texture): चिकनी और खुरदरी बनावट।
- टाइपोग्राफी: मोटे और पतले फ़ॉन्ट, सेरिफ़ और सान्स-सेरिफ़ फ़ॉन्ट।
- स्थान: भीड़भाड़ वाले और खाली स्थान।
3. जोर/महत्व (Emphasis/Dominance):
यह सिद्धांत डिजाइन के उस हिस्से को संदर्भित करता है जिस पर दर्शक का ध्यान सबसे पहले जाता है। इसे फोकल बिंदु (Focal Point) भी कहते हैं। यह डिजाइन के सबसे महत्वपूर्ण संदेश या तत्व को उजागर करता है।
- इसे प्राप्त करने के तरीके:
- रंग का उपयोग (एक चमकीला रंग)।
- आकार का उपयोग (एक बड़ा तत्व)।
- स्थान का उपयोग (एक तत्व को खाली स्थान से घेरना)।
- विपरीतता का उपयोग।
- बनावट या पैटर्न का उपयोग।
4. गति/प्रवाह (Movement):
गति यह बताती है कि दर्शक की आँखें डिजाइन के माध्यम से कैसे चलती हैं। यह तत्वों की व्यवस्था, रेखाओं, आकारों या रंगों के अनुक्रम द्वारा निर्देशित होता है। इसका उपयोग एक कहानी बताने या एक निश्चित संदेश देने के लिए किया जाता है।
- उदाहरण: एक घुमावदार सड़क की तस्वीर, जो आँखों को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक ले जाती है।
5. पैटर्न/पुनरावृत्ति (Pattern/Repetition):
पैटर्न एक ही तत्व या तत्वों के समूह को बार-बार दोहराने से बनता है। यह एकता, सामंजस्य और लय की भावना पैदा करता है। पुनरावृत्ति एक डिजाइन को सुसंगत और पहचानने योग्य बनाती है।
- उदाहरण: एक ही लोगो को कई बार दोहराना, एक ही आकार या रंग का बार-बार उपयोग करना।
6. लय (Rhythm):
लय पैटर्न की पुनरावृत्ति से उत्पन्न होने वाली दृश्य गति है। यह एक डिजाइन में प्रवाह और निरंतरता की भावना देता है, जैसे संगीत में ताल होती है।
- प्रकार:
- नियमित लय (Regular Rhythm): तत्वों की समान दूरी और आकार में पुनरावृत्ति।
- प्रगतिशील लय (Progressive Rhythm): तत्वों का धीरे-धीरे आकार, रंग या स्थान में बदलना।
- अनियमित लय (Irregular Rhythm): तत्वों की बेतरतीब या अप्रत्याशित पुनरावृत्ति, फिर भी एक पैटर्न में।
7. एकता/सामंजस्य (Unity/Harmony):
एकता यह सुनिश्चित करती है कि डिजाइन के सभी तत्व एक साथ मिलकर एक पूर्ण और सुसंगत इकाई के रूप में काम करें। कोई भी तत्व अलग-थलग या बेमेल न लगे। यह एक सफल डिजाइन का अंतिम लक्ष्य है, जहाँ सभी सिद्धांत एक साथ मिलकर एक मजबूत संदेश देते हैं।
- इसे प्राप्त करने के तरीके: रंग योजना, सामान्य शैली, पुनरावृत्ति, निकटता (proximity) का उपयोग।
8. आनुपातिकता (Proportion):
आनुपातिकता डिजाइन के विभिन्न तत्वों के बीच आकार, मात्रा और डिग्री के संबंध को संदर्भित करता है। यह सुनिश्चित करता है कि तत्व एक दूसरे के सापेक्ष सही आकार के हों, जिससे डिजाइन संतुलित और सौंदर्यपूर्ण लगे।
- उदाहरण: एक हेडलाइन का आकार बॉडी टेक्स्ट के सापेक्ष, एक इमेज का पेज के सापेक्ष आकार। गोल्डन रेशियो (Golden Ratio) अक्सर आनुपातिकता का एक आदर्श उदाहरण माना जाता है।
9. पदानुक्रम (Hierarchy):
पदानुक्रम सूचना के महत्व के अनुसार तत्वों को व्यवस्थित करना है। यह दर्शक को यह समझने में मदद करता है कि कौन सी जानकारी सबसे महत्वपूर्ण है और किस क्रम में उसे पढ़ना या देखना है।
- इसे स्थापित करने के तरीके:
- आकार: सबसे महत्वपूर्ण जानकारी सबसे बड़े आकार में।
- रंग: महत्वपूर्ण जानकारी के लिए चमकीले या भिन्न रंग।
- स्थान: महत्वपूर्ण तत्वों को केंद्र में या प्रमुख स्थान पर रखना।
- विपरीतता: महत्वपूर्ण तत्वों को अन्य तत्वों से अलग दिखाना।
10 बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions - MCQs)
निर्देश: प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प चुनें।
1. डिजाइन में तत्वों के दृश्य भार को संतुलित करने वाला सिद्धांत क्या कहलाता है?
a) विपरीतता
b) जोर
c) संतुलन
d) गति
2. सममित संतुलन की मुख्य विशेषता क्या है?
a) केंद्र रेखा के दोनों ओर भिन्न तत्व
b) केंद्र रेखा के दोनों ओर समान तत्व
c) एक केंद्रीय बिंदु से बाहर की ओर फैलते तत्व
d) तत्वों का अनियमित वितरण
3. डिजाइन में 'फोकल बिंदु' किस सिद्धांत से संबंधित है?
a) लय
b) एकता
c) जोर/महत्व
d) आनुपातिकता
4. दो या दो से अधिक तत्वों के बीच अंतर को दर्शाने वाला सिद्धांत जो दृश्य रुचि पैदा करता है?
a) पैटर्न
b) विपरीतता
c) गति
d) पदानुक्रम
5. वह सिद्धांत जो बताता है कि दर्शक की आँखें डिजाइन के माध्यम से कैसे चलती हैं?
a) लय
b) गति
c) संतुलन
d) एकता
6. एक ही तत्व या तत्वों के समूह को बार-बार दोहराने से कौन सा सिद्धांत बनता है?
a) आनुपातिकता
b) पदानुक्रम
c) पैटर्न/पुनरावृत्ति
d) विपरीतता
7. डिजाइन के सभी तत्वों का एक साथ मिलकर एक पूर्ण और सुसंगत इकाई के रूप में काम करना क्या कहलाता है?
a) गति
b) लय
c) एकता/सामंजस्य
d) जोर
8. सूचना के महत्व के अनुसार तत्वों को व्यवस्थित करने वाला सिद्धांत क्या है?
a) संतुलन
b) पदानुक्रम
c) विपरीतता
d) पैटर्न
9. डिजाइन के विभिन्न तत्वों के बीच आकार, मात्रा और डिग्री के संबंध को कौन सा सिद्धांत संदर्भित करता है?
a) लय
b) आनुपातिकता
c) गति
d) जोर
10. यदि एक डिजाइन में तत्वों को केंद्र बिंदु से बाहर की ओर फैलाया जाता है, तो यह किस प्रकार का संतुलन दर्शाता है?
a) सममित संतुलन
b) असममित संतुलन
c) रेडियल संतुलन
d) गतिशील संतुलन
उत्तर कुंजी (Answer Key):
- c) संतुलन
- b) केंद्र रेखा के दोनों ओर समान तत्व
- c) जोर/महत्व
- b) विपरीतता
- b) गति
- c) पैटर्न/पुनरावृत्ति
- c) एकता/सामंजस्य
- b) पदानुक्रम
- b) आनुपातिकता
- c) रेडियल संतुलन
मुझे आशा है कि ये विस्तृत नोट्स और बहुविकल्पीय प्रश्न आपको इस अध्याय को गहराई से समझने और आपकी सरकारी परीक्षा की तैयारी में मदद करेंगे। इन सिद्धांतों का अभ्यास करें और उन्हें अपने आसपास के डिजाइनों में पहचानने का प्रयास करें। शुभकामनाएँ!