Class 11 Hindi Notes Chapter 3 (आवारा मसीहा) – Antral Book

Antral
नमस्ते विद्यार्थियों।

आज हम कक्षा 11 की 'अंतराल' पुस्तक के महत्वपूर्ण अध्याय 'आवारा मसीहा' का अध्ययन करेंगे। यह अध्याय प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हिंदी साहित्य के एक महान व्यक्तित्व पर आधारित है। चलिए, इसके विस्तृत नोट्स और महत्वपूर्ण प्रश्नों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।


अध्याय 3: आवारा मसीहा (विस्तृत नोट्स)

1. पाठ का परिचय:

  • पाठ का नाम: आवारा मसीहा (अंश)
  • लेखक: विष्णु प्रभाकर
  • विधा: जीवनी (यह प्रसिद्ध बांग्ला उपन्यासकार शरत्चंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी का एक अंश है।)
  • किसके जीवन पर आधारित: शरत्चंद्र चट्टोपाध्याय

2. शीर्षक की सार्थकता:
यह शीर्षक दो शब्दों से मिलकर बना है - 'आवारा' और 'मसीहा'।

  • आवारा: शरत्चंद्र का बचपन और किशोरावस्था घुमक्कड़ी, अनुशासनहीनता और विद्रोह में बीता। वे घर से भाग जाते थे, नियम तोड़ते थे और अपनी मनमर्जी का जीवन जीते थे। इसी स्वभाव के कारण उन्हें 'आवारा' कहा गया है।
  • मसीहा: अपने इस आवारापन के बावजूद, शरत्चंद्र के हृदय में दीन-दुखियों, शोषितों और समाज के उपेक्षित वर्गों के प्रति अपार करुणा और सहानुभूति थी। उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से इन पात्रों को आवाज दी और उनके उद्धारक (मसीहा) बने।
    इस प्रकार, यह शीर्षक उनके व्यक्तित्व के दोनों विरोधी पहलुओं को सफलतापूर्वक प्रस्तुत करता है।

3. पाठ का सार और प्रमुख बिंदु:

यह अध्याय शरत्चंद्र के बचपन और किशोर जीवन की घटनाओं पर केंद्रित है, जो उनके विद्रोही और संवेदनशील व्यक्तित्व की नींव रखते हैं।

  • बचपन और स्वभाव:

    • शरत्चंद्र का बचपन का नाम 'न्याड़ा' था।
    • वे बचपन से ही अत्यंत जिज्ञासु, चंचल और विद्रोही स्वभाव के थे।
    • उन्हें पारंपरिक स्कूली शिक्षा और अनुशासन में कोई रुचि नहीं थी। वे प्रकृति के खुले वातावरण में अधिक सीखते थे।
  • पिता का प्रभाव:

    • उनके पिता मोतीलाल चट्टोपाध्याय एक অস্থির (restless) और स्वप्नद्रष्टा व्यक्ति थे। वे एक जगह टिककर कोई काम नहीं कर पाते थे।
    • लेकिन वे साहित्य प्रेमी थे और कहानियां लिखते थे। शरत्चंद्र को साहित्य प्रेम और घुमक्कड़ स्वभाव अपने पिता से विरासत में मिला।
  • नाना के घर (भागलपुर) में जीवन:

    • पिता की अस्थिर आर्थिक स्थिति के कारण शरत्चंद्र का बचपन मुख्यतः उनके नाना के घर भागलपुर में बीता।
    • वहाँ का वातावरण अत्यंत अनुशासित और कठोर था, जो शरत्चंद्र के मुक्त स्वभाव के बिल्कुल विपरीत था।
    • इसी कठोरता के विरुद्ध उन्होंने विद्रोह किया। उन्होंने हमउम्र बच्चों की एक टोली बना ली और उसके नेता बन गए।
  • साहसिक और उपद्रवी कार्य:

    • उनकी टोली बागों से फल तोड़ने, दूसरों की नाव लेकर नदी में घूमने, और मछली पकड़ने जैसे काम करती थी।
    • पाठ में उनके कई साहसिक कार्यों का वर्णन है, जैसे - तूफ़ान में नाव लेकर नदी में उतर जाना, विषैले साँप को पकड़ लेना आदि। ये घटनाएँ उनके निडर स्वभाव को दर्शाती हैं।
  • संवेदनशील पक्ष (मसीहा रूप):

    • शरत्चंद्र पशु-पक्षियों से बहुत प्रेम करते थे। उन्होंने मोर, कुत्ते, नेवले आदि पाल रखे थे।
    • वे समाज के गरीब और उपेक्षित लोगों के प्रति गहरी सहानुभूति रखते थे। वे उनकी हरसंभव मदद करते थे। यही करुणा बाद में उनकी रचनाओं का मूल स्वर बनी।
  • साहित्यिक रुचि का विकास:

    • पिता से मिले साहित्यिक संस्कारों के कारण उन्हें पढ़ने-लिखने का शौक था।
    • वे छिप-छिपकर किताबें पढ़ते और लिखने का प्रयास करते थे।
    • उन्होंने अपनी एक साहित्यिक मंडली भी बनाई थी, जहाँ वे हस्तलिखित पत्रिका निकालते थे।
    • प्रारंभ में असफलता मिलने पर उन्होंने अपनी कई पांडुलिपियाँ नष्ट भी कर दी थीं।
  • घर से पलायन:

    • नाना के घर के कठोर अनुशासन और अपनी स्वतंत्र प्रवृत्ति के कारण उन्होंने कई बार घर से भागने का प्रयास किया और अंततः एक दिन वे संन्यासी वेश में घर छोड़कर चले गए।

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

यहाँ इस अध्याय पर आधारित 10 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए हैं, जो आपकी परीक्षा की तैयारी में सहायक होंगे।

प्रश्न 1: 'आवारा मसीहा' किस साहित्यकार की जीवनी है?
(क) विष्णु प्रभाकर
(ख) शरत्चंद्र चट्टोपाध्याय
(ग) रवींद्रनाथ टैगोर
(घ) बंकिमचंद्र चटर्जी

प्रश्न 2: 'आवारा मसीहा' के लेखक कौन हैं?
(क) शरत्चंद्र चट्टोपाध्याय
(ख) धर्मवीर भारती
(ग) विष्णु प्रभाकर
(घ) महादेवी वर्मा

प्रश्न 3: शरत्चंद्र के बचपन का क्या नाम था?
(क) मोती
(ख) न्याड़ा
(ग) शंभु
(घ) राजू

प्रश्न 4: शरत्चंद्र ने अपना बचपन मुख्यतः कहाँ बिताया?
(क) अपने पिता के घर, देवानंदपुर में
(ख) अपनी बुआ के घर, कोलकाता में
(ग) अपने नाना के घर, भागलपुर में
(घ) अपने चाचा के घर, बर्मा में

प्रश्न 5: शरत्चंद्र को साहित्य और घुमक्कड़ी का स्वभाव किससे विरासत में मिला था?
(क) अपने नाना से
(ख) अपने मामा से
(ग) अपने पिता मोतीलाल से
(घ) अपने शिक्षक से

प्रश्न 6: शीर्षक 'आवारा मसीहा' में 'मसीहा' शब्द शरत्चंद्र के किस गुण को दर्शाता है?
(क) उनका विद्रोही स्वभाव
(ख) उनकी साहित्यिक प्रतिभा
(ग) दीन-दुखियों के प्रति उनकी करुणा
(घ) उनका साहसी होना

प्रश्न 7: पाठ में वर्णित कौन-सी घटना शरत्चंद्र के निडर और साहसी होने का प्रमाण देती है?
(क) बाग से आम चुराना
(ख) विषैले साँप को वश में करना
(ग) स्कूल से भाग जाना
(घ) तितलियाँ पकड़ना

प्रश्न 8: शरत्चंद्र ने अपनी मित्र-मंडली के साथ मिलकर कौन-सा कार्य आरंभ किया था?
(क) एक नाटक मंडली बनाई
(ख) एक व्यायामशाला खोली
(ग) एक हस्तलिखित पत्रिका निकालना
(घ) एक पुस्तकालय की स्थापना

प्रश्न 9: शरत्चंद्र के पिता मोतीलाल का स्वभाव कैसा था?
(क) बहुत अनुशासित और कठोर
(ख) स्वप्नद्रष्टा, अस्थिर और साहित्य प्रेमी
(ग) बहुत व्यावहारिक और सफल
(घ) शांत और गंभीर

प्रश्न 10: शरत्चंद्र के घर से भाग जाने का प्रमुख कारण क्या था?
(क) पढ़ाई में मन न लगना
(ख) पिता से झगड़ा होना
(ग) नाना के घर का कठोर एवं अनुशासित वातावरण
(घ) दोस्तों के साथ घूमने की इच्छा


उत्तरमाला:

  1. (ख) शरत्चंद्र चट्टोपाध्याय
  2. (ग) विष्णु प्रभाकर
  3. (ख) न्याड़ा
  4. (ग) अपने नाना के घर, भागलपुर में
  5. (ग) अपने पिता मोतीलाल से
  6. (ग) दीन-दुखियों के प्रति उनकी करुणा
  7. (ख) विषैले साँप को वश में करना
  8. (ग) एक हस्तलिखित पत्रिका निकालना
  9. (ख) स्वप्नद्रष्टा, अस्थिर और साहित्य प्रेमी
  10. (ग) नाना के घर का कठोर एवं अनुशासित वातावरण

इन नोट्स और प्रश्नों का अच्छी तरह से अध्ययन करें। यह आपको परीक्षा में निश्चित रूप से सफलता दिलाएगा। शुभकामनाएँ

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