Class 11 Psychology Notes Chapter 1 (मनोविज्ञान क्या है ?) – Manovigyan Book

प्रिय विद्यार्थियों,
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में अध्याय की गहन समझ अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। आज हम कक्षा 11 मनोविज्ञान के प्रथम अध्याय 'मनोविज्ञान क्या है?' के विस्तृत नोट्स पर चर्चा करेंगे, जो आपकी परीक्षा की तैयारी में सहायक सिद्ध होंगे।
अध्याय 1: मनोविज्ञान क्या है? (What is Psychology?)
मनोविज्ञान एक ऐसा विषय है जो हमें स्वयं को और दूसरों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। यह मानव व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं का वैज्ञानिक अध्ययन है।
1. मनोविज्ञान की परिभाषा एवं व्युत्पत्ति:
- व्युत्पत्ति: 'मनोविज्ञान' शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है:
- Psyche (साइकी): जिसका अर्थ है 'आत्मा' या 'मन'।
- Logos (लोगोस): जिसका अर्थ है 'विज्ञान' या 'अध्ययन'।
- अतः शाब्दिक अर्थ है 'आत्मा का विज्ञान' या 'मन का विज्ञान'।
- ऐतिहासिक परिभाषाएँ:
- 17वीं शताब्दी: आत्मा का विज्ञान (प्लेटो, अरस्तू)।
- 18वीं शताब्दी: मन का विज्ञान (लॉक, बर्कले)।
- 19वीं शताब्दी: चेतना का विज्ञान (विलियम वुंट, विलियम जेम्स)।
- आधुनिक परिभाषा: "मनोविज्ञान व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं का वैज्ञानिक अध्ययन है।"
- व्यवहार (Behavior): वे क्रियाएँ जिन्हें देखा और मापा जा सकता है (जैसे चलना, बात करना, खाना)।
- मानसिक प्रक्रियाएँ (Mental Processes): वे आंतरिक अनुभव जिन्हें सीधे देखा नहीं जा सकता (जैसे सोचना, महसूस करना, याद रखना, प्रत्यक्षण करना)।
- वैज्ञानिक (Scientific): व्यवस्थित और अनुभवजन्य विधियों का उपयोग करना।
2. मनोविज्ञान का विकास:
मनोविज्ञान का इतिहास दर्शनशास्त्र से जुड़ा है, लेकिन 19वीं सदी के अंत में इसे एक स्वतंत्र विज्ञान के रूप में पहचान मिली।
- दार्शनिक जड़ें: प्राचीन यूनानी दार्शनिकों (प्लेटो, अरस्तू) ने मन और शरीर के संबंध पर विचार किया। रेने डेकार्टे ने मन और शरीर को अलग-अलग सत्ता माना।
- वैज्ञानिक शुरुआत (1879):
- विलियम वुंट (Wilhelm Wundt): को आधुनिक मनोविज्ञान का जनक माना जाता है।
- उन्होंने 1879 में जर्मनी के लिपज़िग विश्वविद्यालय में पहली मनोविज्ञान प्रयोगशाला स्थापित की।
- वुंट ने चेतना के अध्ययन पर ध्यान केंद्रित किया और अंतर्दर्शन (Introspection) विधि का उपयोग किया, जिसमें व्यक्ति अपने आंतरिक अनुभवों का वर्णन करता है।
- संरचनावाद (Structuralism):
- संस्थापक: विलियम वुंट और उनके शिष्य ई.बी. टिचनर।
- उद्देश्य: चेतना की संरचना का विश्लेषण करना (जैसे संवेदनाएँ, भावनाएँ, छवियाँ)।
- विधि: अंतर्दर्शन।
- प्रकार्यवाद (Functionalism):
- संस्थापक: विलियम जेम्स (अमेरिका)।
- उद्देश्य: मन के कार्यों और उपयोगिता का अध्ययन करना, विशेष रूप से यह कैसे हमें पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मदद करता है।
- फोकस: 'क्या' के बजाय 'क्यों' और 'कैसे' पर।
3. मनोविज्ञान के संप्रदाय/उपागम (Schools/Perspectives of Psychology):
मनोविज्ञान में विभिन्न विचार-धाराएँ विकसित हुईं, जिन्होंने मानव व्यवहार को समझने के अलग-अलग तरीके प्रस्तुत किए।
- 1. व्यवहारवाद (Behaviorism):
- संस्थापक: जॉन बी. वाटसन।
- मुख्य विचार: मनोविज्ञान को केवल अवलोकन योग्य व्यवहार का अध्ययन करना चाहिए, न कि आंतरिक मानसिक प्रक्रियाओं का।
- प्रमुख योगदानकर्ता: इवान पावलोव (शास्त्रीय अनुबंधन), बी.एफ. स्किनर (क्रियाप्रसूत अनुबंधन)।
- फोकस: उद्दीपक-अनुक्रिया (Stimulus-Response) संबंध।
- 2. गेस्टाल्ट मनोविज्ञान (Gestalt Psychology):
- संस्थापक: मैक्स वेर्थाइमर, वोल्फगैंग कोहलर, कर्ट कोफ्का।
- मुख्य विचार: "पूर्ण अपने भागों के योग से अधिक है।" हम चीजों को अलग-अलग हिस्सों के बजाय समग्र रूप में देखते हैं।
- फोकस: प्रत्यक्षण (Perception), समस्या-समाधान।
- 3. मनोगत्यात्मक उपागम (Psychodynamic Approach):
- संस्थापक: सिगमंड फ्रायड।
- मुख्य विचार: मानव व्यवहार अचेतन इच्छाओं, संघर्षों और प्रारंभिक बचपन के अनुभवों से निर्धारित होता है।
- अवधारणाएँ: अचेतन मन, इड, ईगो, सुपर-ईगो, रक्षा युक्तियाँ।
- 4. मानवतावादी उपागम (Humanistic Approach):
- संस्थापक: कार्ल रोजर्स, अब्राहम मैस्लो।
- मुख्य विचार: मानव में आत्म-वास्तविकीकरण (Self-actualization) की जन्मजात क्षमता होती है। व्यक्ति की स्वतंत्र इच्छा और सकारात्मक विकास पर जोर।
- फोकस: व्यक्तिगत वृद्धि, आत्म-सम्मान, अर्थपूर्ण जीवन।
- 5. संज्ञानात्मक उपागम (Cognitive Approach):
- संस्थापक: जीन पियाजे, उल्रिक नाइसर।
- मुख्य विचार: मन को एक सूचना-संसाधन प्रणाली (Information-processing system) के रूप में देखता है।
- फोकस: मानसिक प्रक्रियाएँ जैसे सोचना, याद रखना, प्रत्यक्षण करना, समस्या-समाधान, भाषा।
- 6. जैविक उपागम (Biological Approach):
- मुख्य विचार: व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं को जैविक कारकों (मस्तिष्क संरचना, तंत्रिका तंत्र, हार्मोन, आनुवंशिकी) से जोड़ता है।
- फोकस: न्यूरोसाइंस, आनुवंशिक प्रभाव।
- 7. सांस्कृतिक-सामाजिक उपागम (Socio-cultural Approach):
- मुख्य विचार: संस्कृति, समाज, सामाजिक मानदंड और संदर्भ व्यक्ति के व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं को कैसे प्रभावित करते हैं।
- फोकस: सांस्कृतिक भिन्नताएँ, सामाजिक प्रभाव।
4. मनोविज्ञान की प्रकृति:
- वैज्ञानिक अनुशासन: मनोविज्ञान वैज्ञानिक विधियों (अवलोकन, प्रयोग, सहसंबंध) का उपयोग करके व्यवस्थित और अनुभवजन्य डेटा एकत्र करता है।
- व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन: यह बाहरी रूप से अवलोकन योग्य व्यवहार और आंतरिक मानसिक अनुभवों दोनों का अध्ययन करता है।
- अनुप्रयुक्त विज्ञान: यह केवल ज्ञान प्राप्त नहीं करता बल्कि समस्याओं को हल करने और मानव कल्याण में सुधार के लिए इस ज्ञान को लागू भी करता है।
5. मनोविज्ञान की शाखाएँ (Branches of Psychology):
मनोविज्ञान एक विशाल क्षेत्र है जिसकी कई उप-शाखाएँ हैं:
- आधारभूत मनोविज्ञान (Basic Psychology): सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त करने पर केंद्रित।
- संज्ञानात्मक मनोविज्ञान: सोचना, याद रखना, प्रत्यक्षण।
- विकासात्मक मनोविज्ञान: जन्म से मृत्यु तक व्यवहार में परिवर्तन।
- सामाजिक मनोविज्ञान: सामाजिक संपर्क, समूह व्यवहार, दृष्टिकोण।
- जैविक मनोविज्ञान (न्यूरोसाइकोलॉजी): मस्तिष्क और व्यवहार का संबंध।
- प्रयोगात्मक मनोविज्ञान: प्रयोगशाला में व्यवहार का अध्ययन।
- विभेदक मनोविज्ञान: व्यक्तियों के बीच मनोवैज्ञानिक अंतर।
- अनुप्रयुक्त मनोविज्ञान (Applied Psychology): वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए सैद्धांतिक ज्ञान का उपयोग।
- नैदानिक मनोविज्ञान (Clinical Psychology): मानसिक विकारों का निदान और उपचार।
- परामर्श मनोविज्ञान (Counseling Psychology): जीवन की सामान्य समस्याओं में सहायता।
- शैक्षिक मनोविज्ञान (Educational Psychology): सीखने-सिखाने की प्रक्रिया, छात्रों की समस्याएँ।
- संगठनात्मक मनोविज्ञान (Organizational Psychology): कार्यस्थल पर व्यवहार, उत्पादकता, कर्मचारी चयन।
- खेल मनोविज्ञान (Sports Psychology): एथलीटों का प्रदर्शन, प्रेरणा।
- पर्यावरणीय मनोविज्ञान (Environmental Psychology): पर्यावरण और मानव व्यवहार का संबंध।
- स्वास्थ्य मनोविज्ञान (Health Psychology): स्वास्थ्य और बीमारी पर मनोवैज्ञानिक कारकों का प्रभाव।
- सैन्य मनोविज्ञान (Military Psychology): सेना में कर्मियों का चयन, प्रशिक्षण, मनोबल।
6. मनोविज्ञान और अन्य विषय:
मनोविज्ञान एक अंतःविषय विज्ञान है जो कई अन्य विषयों से जुड़ा है:
- दर्शनशास्त्र: मनोविज्ञान की जड़ें यहीं से निकली हैं।
- समाजशास्त्र: सामाजिक व्यवहार, समूह गतिशीलता।
- शिक्षाशास्त्र: सीखने की प्रक्रिया, शिक्षण विधियाँ।
- कंप्यूटर विज्ञान: कृत्रिम बुद्धिमत्ता, संज्ञानात्मक मॉडलिंग।
- चिकित्सा: मानसिक स्वास्थ्य, तंत्रिका विज्ञान।
- अर्थशास्त्र: उपभोक्ता व्यवहार, निर्णय लेना।
- राजनीति विज्ञान: नेतृत्व, जनमत।
7. मनोविज्ञान की रोज़मर्रा की ज़िंदगी में प्रासंगिकता:
मनोविज्ञान हमें कई तरह से मदद करता है:
- आत्म-समझ: अपनी भावनाओं, विचारों और व्यवहार को बेहतर ढंग से समझना।
- दूसरों को समझना: दूसरों के व्यवहार के पीछे के कारणों को जानना।
- बेहतर निर्णय लेना: प्रभावी समस्या-समाधान और निर्णय लेने में सहायता।
- तनाव प्रबंधन: तनाव से निपटने और मानसिक कल्याण बनाए रखने की रणनीतियाँ।
- प्रभावी संचार: बेहतर interpersonal skills विकसित करना।
- सामाजिक मुद्दों को समझना: पूर्वाग्रह, भेदभाव, हिंसा जैसे मुद्दों को समझने में मदद।
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs):
-
आधुनिक मनोविज्ञान का जनक किसे माना जाता है?
a) सिगमंड फ्रायड
b) विलियम जेम्स
c) विलियम वुंट
d) जॉन बी. वाटसन -
दुनिया की पहली मनोविज्ञान प्रयोगशाला किस वर्ष स्थापित की गई थी?
a) 1870
b) 1879
c) 1890
d) 1900 -
'मनोविज्ञान' शब्द किन दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना है?
a) Soma और Logos
b) Psyche और Logos
c) Mind और Study
d) Soul और Science -
किस संप्रदाय का मानना है कि "पूर्ण अपने भागों के योग से अधिक है"?
a) व्यवहारवाद
b) संरचनावाद
c) गेस्टाल्ट मनोविज्ञान
d) मनोगत्यात्मक उपागम -
अचेतन मन और प्रारंभिक बचपन के अनुभवों पर किसने जोर दिया?
a) कार्ल रोजर्स
b) बी.एफ. स्किनर
c) सिगमंड फ्रायड
d) जीन पियाजे -
किस उपागम का संबंध मस्तिष्क, तंत्रिका तंत्र और आनुवंशिकी से है?
a) संज्ञानात्मक उपागम
b) मानवतावादी उपागम
c) जैविक उपागम
d) सामाजिक-सांस्कृतिक उपागम -
व्यवहारवाद के संस्थापक कौन थे?
a) विलियम वुंट
b) विलियम जेम्स
c) जॉन बी. वाटसन
d) अब्राहम मैस्लो -
मानसिक विकारों के निदान और उपचार से संबंधित मनोविज्ञान की शाखा कौन सी है?
a) शैक्षिक मनोविज्ञान
b) संगठनात्मक मनोविज्ञान
c) नैदानिक मनोविज्ञान
d) विकासात्मक मनोविज्ञान -
सूचना-संसाधन प्रणाली के रूप में मन का अध्ययन किस उपागम के अंतर्गत आता है?
a) मनोगत्यात्मक उपागम
b) संज्ञानात्मक उपागम
c) व्यवहारवाद
d) मानवतावादी उपागम -
अंतर्दर्शन (Introspection) विधि का उपयोग किस संप्रदाय द्वारा किया गया था?
a) प्रकार्यवाद
b) संरचनावाद
c) गेस्टाल्ट मनोविज्ञान
d) व्यवहारवाद
उत्तरमाला:
- c) विलियम वुंट
- b) 1879
- b) Psyche और Logos
- c) गेस्टाल्ट मनोविज्ञान
- c) सिगमंड फ्रायड
- c) जैविक उपागम
- c) जॉन बी. वाटसन
- c) नैदानिक मनोविज्ञान
- b) संज्ञानात्मक उपागम
- b) संरचनावाद
मुझे आशा है कि ये विस्तृत नोट्स और बहुविकल्पीय प्रश्न आपको इस अध्याय को गहराई से समझने और अपनी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद करेंगे। अपनी तैयारी जारी रखें!